सृष्टि जन्मदिवस पर सृष्टि निर्माता को
नमन वन्दन अभिनंदन
👏
खुशियों का उत्सव नया वर्ष आना।
उमंग उत्साह आशा भर,
तन मन मुस्काना।
न गर्मी न सर्दी,
न वर्षा का मौसम।
मगन मोर होते,
कुहुक पिऊ हरदम।
कितनी सुखद और,
सुहानी हैं वेला।
है मोहक मनोहार,
पुष्पों का मेला।
संदेशा हमें कुछ,
ये देता है भारी।
करो प्रभु की भक्ति,
करे वसुधा सारी।
अलस तंद्रा छोड़ो,
नवल होकर दौड़ो।
अविद्या तमस,
अंधकार कुम्भ फोड़ो।
विमल वेद विद्या,
पढ़ो नर व नारी।
सरस्वती की पाओ,
कृपा बहुत सारी।
लुटादो खुले हाथों,
प्रकृति से यह सीखो।
नई पौध संस्कार,
अमृत भर सींचो।
लो संकल्प मन में,
करो लक्ष्य पूरा।
सौंपों उसको डोरी,
जो पूर्ण न अधूरा।
विमल धवल उज्वल,
बनो व बनाओ।
मिलजुल कर ईश्वर से,
प्रीति बढ़ाओ
नमन उस प्रभु को,
नया वर्ष लाना।
ये खुशियों का उत्सव,
खुशी से मनाना।
बधाई हो सबको
अभिनंदन सुहाना
🙏🙏🙏🙏🙏
सृष्टि जन्मदिवस की
हार्दिक शुभकामनाएं
💐💐💐💐💐💐
-विमलेश बंसल आर्या
Friday, 16 March 2018
છંદ
Labels:
વિમલેશ વસંત
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